Akshay Kumar on Thursday, November 05, 2015 दोस्ती जब किसी से की जाए,
दुश्मनों की भी राय ली जाए,
मौत का ज़हर है फिजाओं में,
अब कहाँ जा के साँस ली जाए,
बस इसी सोच में हूँ डूबा हुआ,
ये नदी कैसे पार की जाए,
मेरे माजी के ज़ख्म भरने लगे,
आज फिर कोई भूल की जाए,
बोतलें खोल के तू पी बरसों,
आज दिल खोल के भी पी जाए,
mhthakur8755 on Wednesday, October 21, 2015 दोस्ती जब किसी से की जाये
दोस्ती जब किसी से की जाये
दुश्मनों की भी राय ली जाए
मौत का ज़हर हैं फिजाओं में
अब कहा जा के सांस ली जाए
बस इसी सोच में हु डूबा हुआ
ये नदी कैसे पार की जाए
मेरे माजी के ज़ख्म भरने लगे
आज फिर कोई भूल की जाए
बोतलें खोल के तो पि बरसों
आज दिल खोल के पि जाए
राहत इन्दौरी
Upasna Siag on Tuesday, September 03, 2013 दोस्ती जब किसी से की जाए दुश्मनों की भी राय ली जाए मौत का ज़हर है फिज़ाओं में
अब कहाँ जा के साँस ली जाए बस इसी सोच में हूँ डूबा हुआ ये नदी कैसे पार की
जाए मेरे माज़ी के जख्म भरने लगे आज फिर कोई भूल की जाए बोतलें खोल के तो पी
बरसों आज दिल खोल के भी पी जाए..
Mangala Kalkur on Wednesday, April 09, 2014 dosti jab kisi se ki jaye
dushmanon ki bhi rae li jaye
maut ka zahr hai fizaon mein
ab kahan ja k sans li jaye
bas isi soch mein hun duba hua
ye nadi kaise par ki jaye
mere mazi k zakhm bharne lage
aj phir koi bhul ki jaye
botlen khol k to pi barson
aj dil khol k bhi pi jaye
Zaheer Gujjar on Thursday, April 18, 2013 Mere nazdeek Jagit ik ehsas ka nam hai jo ahl e zoq, ahle adab our dard
mand logon k dilon me humesha zinda rahe ga.
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