Please rate this song between 1 star and 5 stars (5 stars being the best). Just move your mouse on the stars above and click as per your rating. Your rating will really help us to improve our website.
hay tabssum tera hay tabssum tera
dhup khil gyi rat mai ya bijli giri barsat mai
hay tabssum tera
palkon ki chilman uthana dheere se ye muskurana
palko ki chilman uthana lab jo hile julfon tale chhaya gulavi andhera
hay tabssum tera
dhup khil gyi rat mai ya bijli giri barsat mai
hay tabssum tera
roko na apni hanshi ko jeene do balla kisi
roko na apni hanshi ko, teri hanshi ruk jo gayi
ruk jayega saans mera
hay tabssum tera
dhup khil gyi rat mai ya bijli giri barsat mai
hay tabssum tera
Comments for lyrics of song "Haay Tabassum Tera (Asha)"
Devendra Singh on Friday, September 18, 2015 पलकों की चिलमन उठाना
धीरे से ये मुस्कुराना
लब जो हिले, ज़ुल्फ़ों तले
छाया ग़ुलाबी अंधेरा
हाये तबस्सुम तेरा
धूप खिल गयी रात में
या बिजली गिरी बरसात में
हाये तबस्सुम तेरा .
बेहद लाजवाब गीत। कई अन्जान नग्मानिगारो ने इतने खूबसूरत गीत लिखे हैं जिन्हें
सुनकर हम अवाक् रह जाते हैं। 1965 में रिलीज़ हुई फ़िल्म निशान का यह गीत भी ऐसे
ही एक गीतकार ने लिखा है जिसका नाम है जावेद अनवर। ऊषा खन्ना ने कई फिल्मों
में नए गीतकारों को मौका दिया और कभी भी निराश नहीं होना पड़ा। रफ़ी साहिब ने भी
बड़ी अदा और मस्त मूड में यह गीत गाया है। परदे पर संजीव कुमार और नाज़िमा की
जोड़ी खूब जमी थी लकिन इस फ़िल्म के बाद नाज़िमा जैसी अच्छी अभिनेत्री को leading
role नहीं मिल पाया, यह तक़दीर की बात है जबकि संजीव कुमार की क़िस्मत चमकी और
वे कहाँ से कहाँ पहुँच गये।
P.K. ANILKUMAR ( HINDI MELODY BYTES ) on Friday, September 18, 2015 पलकों की चिलमन उठाना धीरे से ये मुस्कुराना
लब जो हिले, ज़ुल्फ़ों तले छाया ग़ुलाबी अंधेरा
हाये तबस्सुम तेरा धूप खिल गयी रात में
या बिजली गिरी बरसात में हाये तबस्सुम तेरा .
बेहद लाजवाब गीत। कई अन्जान नग्मानिगारो ने इतने खूबसूरत गीत लिखे हैं जिन्हें
सुनकर हम अवाक् रह जाते हैं। 1965 में रिलीज़ हुई फ़िल्म निशान का यह गीत भी ऐसे
ही एक गीतकार ने लिखा है जिसका नाम है जावेद अनवर। ऊषा खन्ना ने कई फिल्मों
में नए गीतकारों को मौका दिया और कभी भी निराश नहीं होना पड़ा। रफ़ी साहिब ने भी
बड़ी अदा और मस्त मूड में यह गीत गाया है। परदे पर संजीव कुमार और नाज़िमा की
जोड़ी खूब जमी थी लकिन इस फ़िल्म के बाद नाज़िमा जैसी अच्छी अभिनेत्री को leading
role नहीं मिल पाया, यह तक़दीर की बात है जबकि संजीव कुमार की क़िस्मत चमकी और
वे कहाँ से कहाँ पहुँच गये।
Bharat Gul on Thursday, August 22, 2013 Lovely Rafi tribute to Azima's baby-doll sweetness.That innocent, winsome
tabassum was Azima's hallmark, indeed. Sadly, her life was snuffed out too
early-- one of numerous such early losses in our movie world. Thanks for
the post, Ajay.
Rajendra Oza on Thursday, August 22, 2013 A brilliant composition by Usha Khanna ji rendered in his inimitable style
by Rafi sahab. Javed Anwar sahab's meaningfully romantic lyrics. Thank you
so much for this fantastic and best quality upload, Ajay ji.
sureshshah3 on Wednesday, November 06, 2013 Wah Ushaji , Rafi Saab Ne aapke is composition Mein Char Chand Laga Diya.
Excellent Upload ajayuv of Superb song which has gone in to list of "Bhule
Bisre Geet".Thumbs Up.